Tuesday, September 26, 2023

अच्छाई (goodness internal power of god )


चयन हमारे हाथ में है , एक मिट्टी भी साधारण होती है , पर तप कर सुराही बन उपयोगी बन लोगो को शीतलता प्रदान करती है | परोपकार का मार्ग सर्वोत्तम है | हम मानव भी साधारण एक से पैदा होते है , पर चयन अच्छाई का व मार्ग चयन हमारे हाथ में होता है | 

मानते है ,हम मेहनत कर IAS बन गए या cm   pm  या dm बन गए परन्तु यह नहीं जानते कि हम पिछले जन्म में क्या थे |,या अगले जन्म में क्या होंगे ,जीना सबको सामान है | हो सके अगले जन्म में कोई ,कर्म अनुसार जीव -जंतु हो जाए  या फिर राजा से रंक बन जाये , यहाँ जो एक बात मायने रखती है , वो है  अच्छाई ,वो कभी अवनति नहीं करती है | 

ये अच्छाई ही है,कि डाकू रत्नाकर महर्षि वाल्मीकि बन गए | अंगुलिमल बौद्ध भिक्षु बन गया | 


बस हमें ये सोच रखना है ,कि जीवन पलभर का है , और पलभर में कुछ भी हो सकता है , संसार में स्थायी कुछ भी नहीं है | उपलब्धियों पर गर्व न करे | 

बल्कि  दुसरो को मुस्कुराने का अवसर दे , कारण बने , वर्तमान में जीये , ना मरने का गम ना जीने की तमन्ना , मुख पर संतोष होना चाहिए | 

बड़ा होना अच्छी बात है , पर अच्छा होना बड़ी बात है | 



                                   











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Thursday, September 21, 2023

नास्तिकता (atheistic)



ईश्वर हमारे अंदर होते है , एक नास्तिक बुरे आस्तिक से अच्छा है | भगवान और शैतान हमारे मन में ही है | अधर्म ,अन्याय ,अत्याचार ,बुराई ,मासाहार ,धोखा ,चोरी कर हम शैतान की पूजा करते है | वही सत्य , धर्म ,न्याय , अच्छाई का रास्ता चुनकर हम भगवान की पूजा करते है | 


ये हमारे विवेक पर है ,कि हम शैतान का रास्ता चुने या नेकी कर भगवान का | 

बुराइयो में लिप्त रहो और भगवान की पूजा करो ?, साधु वेश धारण कर लो ? ऐसा कर्म ईश्वर के लिए मात्र कर्मकांड व स्वांग है , इसका कोई फल नहीं मिलता | 



पक्षी चहकते है ,जीव दुलार करते है , ये उनकी भावना है | पत्ते डोलते है ,ये उनका धन्यवाद बोलने का तरीका है , वृक्ष हमें फल ,ऑक्सीजन देते है ये उनका कर्म है | उसी प्रकार ईश्वर हमें अच्छाइयों के प्रति अपनी भावना से बिना देखे बिना बोले हमें कर्मफल प्रदान करते है , प्राणियों की सेवा भाव में ही ईश्वर है | 

लेखक;-अबाध्य ........ रविकांत यादव for more click ;-https://againindian.blogspot.com/

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खेल -खिलाडी (energy on path )

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